हमारे बारे में

वर्तमान एवं भविष्य की जनशक्ति की आवश्यकताओं एवं मांग को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार मुहैया कराना तथा प्रशिक्षित युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने हेतु विभिन्न माध्यमों से प्रोत्साहित करना राज्य के प्रमुख दायित्यों मे से एक है। छत्तीसगढ़ राज्य में कौशल उन्नयन को बढ़ावा देने के लिये संचालनालय प्रशिक्षण द्वारा भारत सरकार, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, महानिदेशालय, प्रशिक्षण, के अधीन राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद् (एन.सी.व्ही.टी.) नई दिल्ली द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। संस्थाओं में संचालित योजना के क्रियान्वयन में दिन-प्रतिदिन के प्रशासन की जिम्मेदारी एवं आवश्यक व्यवस्था विभाग करता है। साथ ही राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद् से सम्बद्धता प्राप्त निजी औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्रों में संचालित प्रशिक्षण का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण भी करता है, जिससे वर्तमान में उद्योगों, प्रतिष्ठानों की जरूरतों के अनुसार उन्हें दक्ष कामगार उपलब्ध हो सके। वर्तमान में विभाग द्वारा मुख्य रूप से निम्नलिखित योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है:-

  • शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (Craftsmen Training Scheme)
  • शिक्षुता प्रशिक्षण योजना (Apprenticeship Training Scheme)

उद्धेश्य:

कौशल विकास विभाग के अधीन संचालनालय, प्रशिक्षण अंतर्गत संचालित शिल्पकार प्रशिक्षण योजना तथा शिक्षुता प्रशिक्षण योजना का मुख्य उद्धेश्य निम्नानुसार है:

  • घरेलू उद्योगों के लिये विभिन्न व्यवसायोें में कुशल कारीगरों की नियमित रूप से पूर्ति करते रहना।
  • व्यवस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से औद्योगिक उत्पादों की गुणवत्ता एवं उत्पादन बढ़ाना। तथा उद्योगों एवं बाजार से तालमेल के आधार पर उनके मांग के अनुरूप युवाओं के लिये प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।
  • रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर शिक्षित युवाओं के समक्ष व्याप्त बेरोजगारी कम करना।
  • युवा पीढ़ी में तकनीकी एवं औद्योगिक रूझान विकसित एवं पोषित करना ।
पिछले पृष्ठ पर जाने के लिए | पृष्ठ अंतिम अद्यतन किया गया, दिनांक: 11-07-2018

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